SSC Board Exam 2025 Hindi Question Paper With Answer PDF

SSC Board Exam 2025 Hindi Question Paper With Answer PDF

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SSC Board Exam 2025 Hindi Question Paper With Answer PDF

SSC Board Exam 2025 Hindi Question Paper With Answer PDF

Class 10th Board Exam 2025 HINDI Lokbharti Second Language Question Paper With Answer PDF

Std 10th Hindi State Board Exam Feb / Mar 2025 Question Paper PDF With Answer PDF

इयत्ता १० वी हिंदी द्वितीय भाषा लोकभारती उत्तर सूची

Std 10th Hindi Answer Key

Class 10th Hindi Board Exam 2025 Paper Solution

        HINDI (15) (SECOND OR THIRD LANGUAGE) (H) 
                  (REVISED COURSE) 

2028 111 03 1100-N 817 Time: 3 Hours Max. Marks: 80


सूचनाएँ :- (1) सूचनाओं के अनुसार गद्य, पद्य, पूरक पठन तथा भाषा अध्ययन (व्याकरण) की आकलन कृतियों में आवश्यकता के अनुसार आकृतियों में ही उत्तर लिखना अपेक्षित है।
(2) सभी आकृतियों के लिए पेन/पेन्सिल का ही प्रयोग करें।
(3) रचना विभाग में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखने के लिए आकृतियों की आवश्यकता नहीं है।

विभाग 1-गद्य : 20 अंक

  1. (अ) निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए : 8
    आँख खुली तो मैंने अपने-आपको एक बिस्तर पर पाया। इर्द-गिर्द कुछ परिचित अपरिचित चेहरे खड़े थे। आँख खुलते ही उनके चेहरों पर उत्सुकता की लहर दौड़ गई। मैंने कराहते हुए पूछा- “मैं कहाँ हूँ ?”
    “आप सार्वजनिक अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में हैं। आपका ऐक्सिडेंट हो गया था। सिर्फ पैर का फ्रैक्चर हुआ है। अब घबराने की कोई बात नहीं।” एक चेहरा इतनी तेजी से जवाब देता है, लगता है मेरे होश आने तक वह इसलिए रुका रहा। अब मैं अपनी टाँगों की ओर देखता हूँ। मेरी एक टाँग अपनी जगह पर सही सलामत थी और दूसरी टाँग रेत की थैली के सहारे एक स्टैंड पर लटक रही थी। मेरे दिमाग में एक नये महावरे का जन्म हुआ। टाँग का टूटना यानी सार्वजनिक अस्पताल में कुछ दिन रहना। सार्वजनिक अस्पताल का खयाल आते ही में काँप उठा। अस्पताल वैसे ही एक खतरनाक शब्द होता है. फिर यदि उसके साथ सार्वजनिक शब्द चिपका हो तो समझो आत्मा से परमात्मा के मिलन होने का समय आ गया। अब मुझे दूँ लगा कि मेरी टाँग टूटना मात्र एक घटना है और सार्वजनिक अस्पताल में भरती होना दुर्घटना।
    (1) उत्तर लिखिए :
    (1) गद्‌यांश में उल्लेखित शरीर के अंग 1

उत्तर – आँख टाँग पैर

(11) सार्वजनिक अस्पताल में भरती होना इनके मिलन जैसा है 1 (2)
उत्तर लिखिए :

उत्तर – आत्मा परमात्मा


2 दुर्घटना के बाद लेखक की टाँगों की अवस्था

उत्तर – एक टाँग अपनी जगह पर सही सलामत थी

दूसरी टाँग रेत की थैली के सहारे एक स्टैंड पर लटक रही थी।

(3) (1) गद्यांश में उल्लेखित अंग्रेजी शब्द लिखिए। 1
(1) ऐक्सिडेंट फ्रैक्चर
(2)प्राइवेट वार्ड स्टैंड

(ii) निम्नलिखित शब्दों के लिए गद्यांश में उल्लेखित समानार्थी शब्द लिखिए : 1
(1) रुग्णालय
(2) शक्ल

उत्तर – अस्पताल चेहरा

(4) सार्वजनिक रुग्णालयों की स्थिति के बारे में 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए। 2

(आ) निम्नलिखित पठित ग‌द्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए : 8
हमने अपने जीवन में बाबू जी के रहते अभाव नहीं देखा। उनके न रहने के बाद जो कुछ मुझपर बीता, वह एक दूसरी तरह का अभाव था कि मुझे बैंक की नौकरी करनी पड़ी। लेकिन उससे पूर्व बाबू जी के रहते में जब जन्मा था तब वे उत्तर प्रदेश में पुलिस मंत्री थे। उस समय गृहमंत्री को पुलिस मंत्री कहा जाता था। इसलिए मैं हमेशा कल्पना किया करता था कि हमारे पास ये छोटी गाड़ी नहीं, बड़ी आलीशान गाड़ी होनी चाहिए। बाबू जी प्रधानमंत्री हुए तो वहाँ जो गाड़ी थी वह थी, इंपाला शेवरलेट। उसे देख देख, बड़ा जी करता कि मौका मिले और उसे चलाऊँ। प्रधानमंत्री का लड़का था। कोई मामूली बात नहीं थी। सोचते विचारते, कल्पना की उड़ान भरते एक दिन मौका मिल गया। धीरे-धीरे हिम्मत भी खुल गई थी ऑर्डर देने की। हमने बाबू जी के निजी सचिव से कहा-“सहाय साहब, जरा ड्राइवर से कहिए, इंपाला लेकर रेजिडेंस की तरफ आ जाएँ।”
दो मिनट में गाड़ी आकर दरवाजे पर लग गई। अनिल भैया ने कहा-“मैं तो इसे चलाऊँगा नहीं। तुम्हीं चलाओ।”
मैं आगे बढ़ा। ड्राइवर से चाभी माँगी। बोला- “तुम बैठो, आराम करो, हम लोग वापस आते हैं अभी।”
(1) कृति पूर्ण कीजिए :
(i) लेखक ने चाभी माँगकर ड्राइवर से कहा

उत्तर – “तुम बैठो, आराम करो,

हम लोग वापस आते हैं अभी।”

(ii) लेखक के जीवन पर हुआ परिणाम 1
बाबू जी के रहते

उत्तर -अभाव नहीं देखा।


बाबू जी के न रहते

उत्तर – मुझे बैंक की नौकरी करनी पड़ी।

(2) उत्तर लिखिए : 2
लेखक यह कल्पना किया करते थे

उत्तर -हमारे पास ये छोटी गाड़ी नहीं, बड़ी आलीशान गाड़ी होनी चाहिए।


(ii) लेखक के जन्म के समय बाबू जी उत्तर प्रदेश में

उत्तर -उत्तर प्रदेश में पुलिस मंत्री थे।


(3) (1) गद्यांश में उल्लेखित विलोम शब्द की जोड़ी ढूँढ़कर लिखिए : 1
……………………… X ………………………

उत्तर – छोटी x बडी

(ii) गद्यांश में उल्लेखित शब्दयुग्म ढूँढ़कर लिखिए : 1
(1)
(2)

उत्तर – धीरे धीरे

देख देख

(4) ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ इस विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए। 2

(इ) निम्नलिखित अपठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियों कीजिए : 4

परोपकार ही मानवता है, जैसा कि राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त ने लिख है- ‘वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे।’ केवल अपने दुख-सुख की चिंता, करना मानवता नहीं, पशुता है। परोपकार ही मानव को पशुता से सदय बनाता है। वस्तुतः निःस्वार्थ भावना से दूसरों का हित साधना ही परोपकार है। मनुष्य अपनी सामर्थ्य के अनुसार परोपकार कर सकता है। दूसरों के प्रति सहानुभूति करना S ही परोपकार है और सहानुभूति किसी भी रूप में प्रकट की जा सकती है। किसी निर्धन की आर्थिक सहायता करना अथवा किसी असहाय की रक्षा करना परोपकार के रूप हैं। किसी पागल अथवा रोगी की सेवा-शुश्रूषा करना अथवा भूखे को अन्नदान करना भी परोपकार है। किसी को संकट से बचा लेना, किसी को कुमार्ग से हटा देना, किसी दुखी-निराश को सांत्वना देना-ये सब परोपकार के ही रूप हैं। कोई भी कार्य, जिससे किसी को लाभ पहुँचता है, परोपकार है, जो अपनी सामर्थ्य के अनुसार विभिन्न रूपों में किया जा सकता है।

(1) कोष्ठक में दिए गए शब्दों में से उचित शब्द चुनकर तालिका पूर्ण कीजिए : 2
(सांत्वना, पशुता, सेवा-शुश्रूषा, मानवता, सामर्थ्य)
(1) परोपकार ही
(2) केवल अपने सुख-दुख
की चिंता करना
(3) पागल अथवा रोगी की
(4) दुखी-निराश को

उत्तर – मानवता

पशुता

सेवा-शुश्रूषा

सांत्वना


(2) ‘मानवता ही सच्चा धर्म है’ विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए। 2

        विभाग 2- पद्य : 12 अंक

पश्न २ अ

१)

उत्तर – पूत शक्ती सदासंपण गर्व

२)

i) उत्तर –संपन्न विपन्न धूम घूम दृष्टी सृष्टी

ii) उत्तर – दया प्रकृती

आ)१

i)उत्तर –नभ

ii) उत्तर – दामिनी

iii)उत्तर – गिरी / पर्वत

iv)उत्तर – संत / सज्जन

आ) २

(i)

(१) उत्तर – निअराए

(२ ) उत्तर –ढाबर

(ii)

(१) उत्तर – सद्गुण

(२) उत्तर –अचल

        विभाग ३- पूरक पठन  : 8 अंक

3 (अ)

(1) उत्तर – देशप्रेम नैतिकता शिष्टाचार इमानदारी

3 (आ)

(1)

(i) उत्तर – फागुन होली

(ii) उत्तर – काटोके बीच खिलना प्रेरणा देणा

        विभाग ४- भाषा अध्ययन (व्याकरण)  : 14 अंक

प्रश्न ४

(१) विशेषण

(२) उत्तर – (i) सीता और गीता हमेशा साथ रहते थे

उत्तर – (ii) शरद के पास पेन नाही था

(3) उत्तर – दिक + गज व्यजन संधी

सदैव स्वरसंधी

(4) (i) उत्तर – सके – सकना (ii) गये जाणा

(5) उत्तर – दिखाना दिखवाना

तुडाना तुडवाना

(6) मुहावरा अर्थ
(1) मुँह लाल होना –
उत्तर – गुस्सा आना
वाक्य -पिताजी की बात नहीं सुनी तो उन्हका मुँह लाल हो गया।
ii) टाँग अड़ाना उत्तर – काम में बाधा डालना।
कुछ लोगोंका काम ही है होता है की अथवा दुसरोंकी काम में टांग आडाते हो

अथवा

उत्तर – तिल मिला जाणा

प्रश्न (7)

(i) उत्तर – अपादान कारक

(ii) उत्तर – संप्रदान कारक

प्रश्न 8

उत्तर – जल्दी-जल्दी पैर बढा |

प्रश्न 9

(i) उत्तर – आराम हराम हो रहा है |

(ii) उत्तर – उन्होने बाजार से नई पुस्तक खरीदी थी |

(iii) उत्तर – मै खिडकीसे गर्दन निकालकर झिडकीके स्वर में काहुंगा

प्रश्न 10

(i) उत्तर – संयुक्त वाक्य

(ii) उत्तर – मै आज रात का खाना खाउंगा |

(iii) उत्तर – क्या, मानू इतनाही बोल सकी ?

प्रश्न 11 निम्नलिखित वाक्यों में से किन्हीं दो वाक्यों को शुद्ध करके वाक्य फिर से लिखिए : 2
(i) उत्तर – लक्ष्मी की एक झूब्बेदार पूँछ थी।
घर
(ii)उत्तर – घर में तख्ते के रखे जाने का आवाज आती है।

(iii) उत्तर – सामने शेर देखकर यात्री के प्राण मानो मुरझा गए।

        विभाग 5-रचना विभाग (उपयोजित लेखन) : 26 अंक

11 thoughts on “SSC Board Exam 2025 Hindi Question Paper With Answer PDF”

  1. प्लीज प्लीज आज हो सके तो गणित भाग एक का पेपर अपलोड करो

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